मुकेश कश्यप
कुरुद। प्रतिवर्ष की परंपरा के तहत नगर के विभिन्न चौक-चौराहों सहित सार्वजनिक स्थलों पर विघ्नहर्ता गणेश जी की मूर्तियों की स्थापना की विभिन्न समितियों द्वारा की गई है।भादो के पवित्र महीने में हर साल 11 दिनों तक घर-घर विराजने वाले लंबोदर महाराज जी भक्ति से पूरा वातावरण गणेशमय हो गया है,वंही उसकी पूजा अर्चना से करके आमजन बल ,बुद्धि ,ज्ञान और जींवन में खुशहाली की प्राप्ति की कामना में लगे है।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी नया बस स्टैंड ,संजय नगर , डिपो रोड ,नया तालाब, कारगिल चौक , सरोजनी चौक , डबरापारा, ब्राह्मण पारा , हुतात्मा चौक ,पुराना बाजार ,बैगा पारा , थाना चौक ,गांधी चौक ,बजरंग चौक, श्री कृष्ण मित्र मंडल , नया बाजार, झंकार
धोबनी तालाब रोड, दानीपारा ,सिरसा चौक ,शंकर नगर,शहीद वीर नारायण सिंह चौक दुर्गा मंच,कचहरी चौक, यादगार मंच ,स्कूल पारा सहित विभिन्न स्थानों में पंडालों को आकर्षक रूप से सजाकर गजाजन स्वामी की मनमोहक प्रतिमाओं की स्थापना की गई है।सभी पंडालों में लगभग आकर्षक साज-सज्जा की गई है,जिससे मनमोहकता भरा वातावरण निर्मित हो रहा है।
कोरोना गाइडलाइन के प्रभाव से मुक्ति पश्चात लगभग दो सालों बाद गणेश स्थापना में वही उत्साह व उमंग का दौर लौट आया है।कुरुद नगर अपनी धार्मिक आस्था व समरसता के लिए विशेष रूप से जाना जाता है।यहां के गणेश उत्सव व विसर्जन झांकी की अपनी एक अलग ही खासियत है।कुरुद में इस बार स्थल सजावट गणेश स्थापना की मनमोहकता देखने को मिल रही है। कहींश्रीराम चन्द्र जी के रूप में तो कहीं बजरंग बली के रूप में,कंही भोलेबाबा , कृष्ण रूप ,लंबोदर रूप ,किसान रूप ,देशभक्ति मय रूप सहित लगभग विभिन्न माध्यमों से गणेश उत्सव में भव्यता का माहौल बना हुआ है।सुबह-शाम भक्ति रस से संचरित गीत-संगीत से सराबोर होकर लोग मंगलमूर्ति सिद्धिविनायक गणपति गणराज के भक्ति रस में डुबकी लगा रहे है।आगामी अनन्त चतुदर्शी के दिन हवन पूजन के साथ विसर्जन का दौर प्रारम्भ होगा।वहीं सबसे आकर्षण का केंद्र विसर्जन झांकी के दिन उत्साह व उमंग चरम पर होगा, जिसका सभी को बेसब्री से इंतेजार है।
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