सड़क की मांग को लेकर आंदोलन: 23 गांव के लोगों ने किया कोलियारी में चक्का जाम

 


 यातायात रहा प्रभावित, यात्री हुए परेशान


भूपेंद्र साहू

धमतरी। धमतरी विकासखंड के महानदी के तटीय गाँवों को मुख्य सडक ग्राम कोलियारी से खरेंगा, दोनर, जोरातराई तक जाने वाली मार्ग में पिछले कई वर्षो से भारी वाहन चलने से जर्जर अवस्था में होकर बड़े बड़े गढड़े हो गए है। जिससे लगातर दुर्घटनाएं होती रहती है। क्षेत्र की जन समस्या पर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया जाता रहा है। लेकिन इस दिशा में कोई ठोस पहल न किये जाने पर सड़क के 23 ग्रामों के लोग 10 दिनों तक धरना प्रदर्शन सहित लोकतांत्रिक पद्धति से आंदोलन किए। जब बात नहीं बनी तो चक्का जाम का निर्णय लिया गया। शुक्रवार को कोलियरी चौक में 23 गांव के लोगों ने चक्का जाम कर अपना विरोध जताया।

 


शुक्रवार दोपहर ग्रामीण धीरे-धीरे चौक में कथित हुए फिर प्रदर्शन शुरू हुआ। भजन के माध्यम से पूर्ववर्ती दोनों सरकारों को जमकर कोसा। ग्रामीण जब तक सड़क निर्माण के लिए ठोस आश्वासन नहीं मिलता तब तक प्रदर्शन में अड़े रहे।इस दौरान वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। छोटे वाहनों को रुद्री की ओर से डायवर्ट किया गया था। चक्का जाम लगभग 2 घंटे रहा।चक्का जाम में बैठे प्रमुख लोगों में दयाराम साहू, गोपाल साहू, अवनेंद्र साहू, हिरेंद्र साहू, राजेंद्र शर्मा, ऋषभ देवांगन, हेमंत चंद्राकर, सीपी सिन्हा,अमरीका ध्रुव, गीतेश्वरी साहू, रामखिलावन, प्रहलाद हिरवानी, विश्राम, मुकेश, पुनाराम, भूजेंद्र, राजेश, रविंद्र, पूना राम, गणेश्वर, पंकज , विष्णु ,मोहन, गोपी किशन, विश्राम, नरेंद्र, टीकाराम, विनेश, रामचंद्र, शिव कुमार, मनोहर, अंजोर सिंह,गेंदलाल, खिलेश्वर कुमार, शेखन, ललित, तूलेश्वर, विजय निर्मलकर, भीखम,तोषण, कल्याण यादव, त्रिलोकी, दुजराम, उमेंद्र सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण थे।


प्रमुख मांगो में-

कोलियारी से लेकर खरेंगा, दोनर, जोरातराई तक सड़क का निर्माण एवं चौडीकरण,सड़को के खराब व जर्जर होने का सबब बने ओव्हरलोड भारी वाहनों की आवाजाही पर सड़क निर्माण तक प्रतिबंध लगाया जावें व वर्तमान में दुर्घटनाओं का एवं सड़कों के खराब होने का प्रमुख कारक रेत खदान है, जिसे सड़क निर्माण तक स्वीकृत खदानों को निरस्त किया जाए।


 अधिकारियों की भी सुनने को राजी नही थे ग्रामीण 

चक्का जाम में बैठे ग्रामीणों ने जो भी अधिकारी पहुंचे सभी को खरी-खोटी सुनाई। पहले एसडीएम विभोर अग्रवाल अपने स्तर पर बात करने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण सुनने को तैयार नहीं थे।उसके बाद पीडब्ल्यूडी से ईई आरआर ध्रुव ने समझाने की कोशिश की उन्हें भी बैरंग वापस लौटना पड़ा। आरटीओ प्रभारी मोहम्मद मुजाहिद, खनिज निरीक्षक खिलावन कुलार्य भी अपने स्तर पर समझाने की कोशिश करने लगे लेकिन उनकी भी नही सुनी।

 आरटीओ अधिकारी मोहम्मद मुजाहिद ने कहा कि भारी वाहनों की आवाजाही को रोकने निरंतर कार्रवाई की जाती है। इसके लिए टीम बनाई गई है कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। रात में चोरी छुपे निकासी होती है।

 एसडीएम विभोर अग्रवाल ने कहा कि चक्का जाम को देखते हुए ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया था, जिससे आवागमन बाधित नहीं हुआ। लोगों से चर्चा की गई है।समाधान जल्दी निकाला जाएगा। एडीबी में इसे शामिल किया गया है, जल्दी टेंडर की जाएगी। इस दौरान कोतवाली थाना प्रभारी शेरसिंह,अर्जुनी गगन वाजपेई, रुद्री शरद ताम्रकार, नायब तहसीलदार कुणाल सरवैय्या आदि मौजूद थे।



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