लगभग 14 लाख रूपये कीमत के हैं विभिन्न कंपनियों के मोबाइल
गुम हुए मोबाईल के मिलने की आस छोड़ बैठे लोगों ने मोबाईल वापस मिलने पर हुए खुश, दिया धन्यवाद
भूपेंद्र साहू
धमतरी।पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर क के निर्देश,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर साहू के मार्गदर्शन एवं नोडल अधिकारी साइबर एसडीओपी. कुरूद कृष्ण कुमार पटेल के नेतृत्व में साइबर सेल की टीम ने विशेष अभियान के तहत् जिले के विभिन्न थानों में दर्ज गुम मोबाइल की रिपोर्ट को एकत्रित किया गया तथा वरिष्ठ अधिकारियों के सतत मार्गदर्शन में कई दिनों के अथक प्रयास, लगन एवं मेहनत से खोजबीन करते हुए 110 नग एंड्राइड मोबाइल को रिकवर करने में सफलता प्राप्त किए।रिकवर किये गये विभिन्न कंपनियों के मोबाइल की अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 14 लाख रूपये है।
मंगलवार को पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने थाना कोतवाली परिसर स्थित पुलिस जनसंवाद कक्ष में सभी मोबाइलों को उनके मालिकों को बुलाकर सुपूर्द किया । मोबाइल गुम होने पर उसके मिलने की संभावना नहीं होना मान चुके लोगों को उनका खोया हुआ मोबाइल वापस मिलने पर धमतरी पुलिस का धन्यवाद ज्ञापित कियाइनमे से कई मोबाइल धारकों को अपना गुम मोबाइल वापस मिलने की किसी भी प्रकार से उम्मीद नही थी, किन्तु धमतरी पुलिस की साइबर तकनीकी टीम के द्वारा लगातार प्रयासों से ना केवल गुम हुये मोबाइल को रिकवर किया, बल्कि उक्त सभी मोबाइल को उनके मोबाइल धारकों को दिया गया है।
फरवरी में 100 एवं अप्रैल में 103 मोबाईल रिकवर कर मोबाईल धारकों को वापस किए गए हैं। इस तरह से 2022 में 313 मोबाइल रिकवर किया गया।
गुम मोबाइल मिलने पर निकटतम थाना में जमा करें
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने चर्चा करते हुए बताया कि धमतरी पुलिस का यह अभियान भविष्य में भी निरंतर चलता रहेगा। साथ ही उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति को कहीं भी मोबाइल पड़ा हुआ मिले या कोई व्यक्ति बिना रसीद के कम कीमत में मोबाइल उपलब्ध करा रहा है, तो ऐसा संभव है कि वह मोबाइल चोरी का हो अथवा किसी अपराध हेतु उक्त मोबाइल का प्रयोग किया गया हो।ऐसी परिस्थिति में तुरंत अपने निकटतम थाने में इसकी सूचना देकर आप एक सच्चे नागरिक होने का कर्तव्य निभा सकते हैं। साथ ही मोबाइल स्वामी को होने वाले आर्थिक क्षति से भी बचा सकते हैं। अपना मोबाइल सुरक्षित रखें क्योंकि मोबाइल में सबका अपना पर्सनल डाटा होता है जिसको पाने वाला कोई भी गलत उपयोग कर सकता है।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर साहू,डीएसपी शेर सिंह बंदे, निरी.गगन वाजपेई उपस्थित थे। मोबाइल रिकवर करने हेतु चलाए गए इस विशेष अभियान में साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक नरेश कुमार बंजारे, सउनि.अनिल यदु,प्रआर.देवेंद्र राजपूत,आरक्षक कमल जोशी,धीरज डडसेना, कृष्णा पाटिल,आनंद कटकवार एवं सितलेश पटेल,विकास द्विवेदी,झमेल राजपूत, विरेंद्र सोनकर शमिल रहे।
2 महीने की लगी मेहनत
साइबर प्रभारी नरेश बंजारे ने बताया कि इस मोबाइल को रिकवर करने में लगभग 2 माह लग गए इसमें तीन ओडिशा और दो मध्यप्रदेश से भी लाए गए हैं। ईएमआई के माध्यम से मोबाइल को ट्रैक किया जाता है। कई बार बहुत परेशानी होती है। मोबाइल मिलने पर लोग अपना मोबाइल बंद कर देते हैं, खर्च होने और खरीदने का रकम मांगते हैं। ऐसे कई समस्याएं आती है लेकिन समझाइश देकर मोबाइल रिकवर किया जाता है।
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