व्यवसायिक वाहन चालको का कराया गया नेत्र व स्वास्थ्य परीक्षण
धमतरी।सड़क परिवहन मंत्रालय के निर्देशानुसार राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तारतम्य में आम जनों को सड़क दुर्घटना से बचाने एवं यातायात नियमों का पालन कराने के उद्देश्य से आमजनो, स्कूली छात्र-छात्राओं को पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर के निर्देशानुसार यातायात सप्ताह के निर्धारित कार्यक्रमों के तहत शनिवार को एकलव्य खेल परिसर में निजी विद्यालयों द्वारा आयोजित लईका मड़ई में आये 40 निजी विद्यालयों के 1500 से अधिक स्कूली छात्र - छात्राओं को यातायात प्रभारी के देव राजू ने यातायात नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल पैदल या साईकिल से आने के दौरान सड़क मार्ग में झुंड में नहीं चलना चाहिये, मार्ग की बाईं ओर पंक्तियों में सुरक्षित चलते हुए सुरक्षित स्थान पर या जेब्रा क्रासिंग पर ही रोड कास करते समय मार्ग के दोनो ओर दांये बाये देखते हुए ही रोड कास करें।बस में आने वाले विद्यार्थियों को बताया की बस के खिड़कियों से हाथ व सिर बाहर न निकाले, बस में पंक्तियों में उतरना व चढ़ना चाहिए। बिना लायसेंस के वाहन नही चलाने संबंधी जानकारी दी गई।
कमजोर दृष्टि व आँखों में समस्या एवं स्वास्थयगत कारणों से होने वाले सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से 150 व्यवसायिक वाहन चालकों का श्यामतराई मंडी के पास जिला चिकित्सालय के स्वास्थय टीम के सहयोग से नेत्र, स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया।
इसी क्रम में शहर के हृदय स्थल मकई चौक एवं रत्नाबांधा चौक में रेडक्रास सोसायटी के सहयोग से आमजनों वाहन चालकों को यातायात नियमों के पालन नही करने से होने वाले सड़क दुर्घटना के प्रति जागरूक करने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने हेतु कार्यक्रम आयोजित की जावेगी।
उक्त सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम में सउनि चन्द्रशेखर देवांगन, रामकृष्ण साहू, सुरेश नेताम, मोहन निषाद, नरेन्द्र साहू रामावतार राजपूत, प्रआर. जितेन्द्र कृदत्त, हीरेसिंग सोरी, हेमंत उईके, चमन सिंह, संतोष मरकाम आर अनिल साहू मोह जुनैद, गणपत डिंडोलकर, दौलत मरकाम, कीर्तन यादव, धर्मेन्द्र जांगड़े, रूद्रनारायण साहू, संजय ठाकुर, चंदन जामदार, चम्पु सोनी, भागवत खांडेकर, स्वास्थ विभाग से नेत्र सहायक अधिकारी गुरूशरण साहू, पीएन साहू, इंद्रजीत साहू,तोमेश भंडारी व नुक्कड़ नाटक अकाशगिरी गोस्वामी एवं सदस्यों को सहयोग रहा।
एक टिप्पणी भेजें