धमतरी।माँ विंध्यवासिनी बिलई माता मंदिर में शिखर जीर्णोद्धार एवं स्वर्णमंडित कलश का प्रतिष्ठान बुधवार को सम्पन्न हुआ। बुधवार की सुबह से पाँच पंडितों द्वारा वेदी पूजन एवं नवचंडी पाठ शुरू किया गया इसके बाद शिखर कलश का पूजन कर हवन हुआ।हवन के पश्चात 5 लोगों ने शिखर पर चढ़कर कलश को प्रतिष्ठित किया एवं कारीगरों की सहायता से कलश को स्थिर किया गया एवं इसके बाद हवन की पूर्णाहुति की गई।पूर्णाहुति के पश्चात वेदी सहित कलश एवं यज्ञ भगवान की आरती कर पुष्पांजलि एवं क्षमा याचना की गई।
विंध्यवासिनी बिलई माता मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष आनंद पवार ने कहा कि स्वर्ण मंडित कलश की कीर्ति और तेज़ से धमतरी अंचल के चारो दिशाओं को मां विंध्यवासिनी बिलाई माता का आर्शीवाद और भी दिव्यता के साथ मिलेगा। साथ ही अंचल के चहुमुखी विकास के लिए ऊर्जा एवम शक्ति स्रोत के रुप में स्वर्ण आभा का विकरण होता रहेगा जिससे धरम की तराई धमतरी की प्रतिष्ठा एवं ख्याति हर तरफ़ और भी ऊंचाई तक प्रकाशित होती रहेगी,धमतरी की आराध्य माँ विंध्यवासिनी मंदिर के सभी भक्तों के माता के प्रति जो प्रेम है उससे हम सब परिचित है,माँ विंध्यवासिनी ने हम भक्तों के इसी प्रेम को स्वीकार करते हुए,हम सब को यह सौभाग्य दिया कि हम उनके शिखर कलश का स्पर्श कर सकें और उसे पुनः प्रतिष्ठित करने का पुनीत कार्य कर सकें। इस कार्यक्रम में माधव राव पवार,सुनील बाबर,,सूर्याराव पवार,सतीश पवार,बॉबी पवार,प्रदीप रणसिंह, अमित पवार,अजय बरडिया,दीपक रॉय, महेंद्र खंडेलवाल, ऋतुराज पवार,संजीव वाहिले,कुमार रणसिंह,सौरभ रणसिंह, विकास कृदत,धर्मचंद पारख, मदनमोहन खंडेलवाल, सुबोध राठी,राजेश जाचक, संतोष सोनकर,दीपक सोनकर,पंकज देवांगन, तुषार जैस, विपुल पवार,वातांजली गोस्वामी, ,बीथिका विश्वास,नम्रता पवार,दुर्गा साहू,आर्यन सोनकर,अरविंदर मुंडी,कवींद्र जैन,ज्ञानेश्वर चौहान आदि माता के भक्त बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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