आज़ादी की लड़ाई में छत्तीसगढ़ के योगदान के सूत्रधार थे बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव: रंजना साहू

 



कंडेल नहर सत्याग्रह के माध्यम से बाबूजी ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष का शंखनाद किया था:जय हिंदूजा


धमतरी।छत्तीसगढ़ के गांधी बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव की 134वीं जयंती गौरव ग्राम कंडेल में मनाई गई।जहाँ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम ग्रामवासियों द्वारा आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में विधायक रंजना साहू उपस्थित हुई।  विधायक निधि से बने दो कला मंच का लोकार्पण किया और शीतला प्रांगण भवन में ज्योतिकक्ष निर्माण का भूमिपूजन किया।

 ज्ञात हो कि ग्राम कंडेल विधायक आदर्श ग्राम है जहाँ विधायक ने लाखों के विकास कार्य किए हैं।विधायक श्रीमती साहू ने बाबू जी को नमन करते हुए उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा यह वह पुण्यभूमि है जहाँ दो बार महात्मा गांधी का आना हुआ और यही वह पुण्यभूमि है जहाँ से आज़ादी की लड़ाई में छत्तीसगढ़ की भागीदारी भी हुई थी, जिसके सूत्रधार बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव रहे हैं।वास्तव में कंडेल की यह धरती ऐसी धरती है जहाँ से जहाँ से विभिन्न प्रतिभाओं ने जन्म लिया आज भी पूरे भारत में छत्तीसगढ़ और धमतरी को किसी के नाम से जाना जाता है तो पूज्य बाबू जी के नाम से जाना जाता है जिनके द्वारा किये जनहित और नहर सत्याग्रह के कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। युवा नेता जय हिंदूजा ने कहा बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष का शंखनाद किया था जिनके द्वारा किये ऐतेहासिक कार्य आज भी चिरस्थाई है आज उन्हें उनकी जयंती पर हम नमन करते हैं।


उक्त कार्यक्रम पर बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव के प्रपौत्र यतीश भूषण श्रीवास्तव,भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष देवेश अग्रवाल,कामता मच्छेद्र, पीतलू राम साहू, मूरहारामकमल वंशी, माखन यादव, यति राम साहू, उपसरपंच कोमल साहू, पुष्प लता नेताम सरपंच, मिलन मछेंद्र,  रामकुमार, इंदल साहू, जितेश , मोहित, डिगंबर, हेमलता भारती, कांति साहू , चंद्रकला नेताम, दयाबती साहू, हेमलता साहू, दामिनी निर्मलकर, जितेंद्र साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।



0/Post a Comment/Comments

और नया पुराने