धमतरी।मानसून सत्र के दौरान विधायक रंजना डीपेंद्र साहू ने शराबबंदी पर सरकार को घेरते हुए विभागीय आबकारी मंत्री को सवाल दागते हुए पूछा कि प्रदेश में 1 अप्रैल 2020 से 31 जनवरी 2023 तक कुल कितने मदिरा दुकान, बार बंद एवं प्रारंभ किए गए? कितनी मदिरा दुकानों में देशी एवं विदेशी दोनों दुकानों का संचालन शुरू किया गया है? उक्त अवधि में कुल कितने शराब दुकानों का जगह परिवर्तन किया गया? जगह परिवर्तन करने के कारण सही जानकारी मांगते हुए विधायक ने आगे सवाल पूछा कि क्या कोरोना काल में शराब दुकानों के काउंटरों की संख्या में वृद्धि की गई थीं? यदि हां तो क्या उक्त अकाउंटरो को अब बंद कर दिया गया है? यदि नहीं तो कारण बतावे?
इसी क्रम में विधायक ने पुनः आबकारी मंत्री से प्रश्न किया कि क्या जन घोषणा पत्र में शराबबंदी की घोषणा शामिल थी? यदि हां तो शराब बंदी कब तक कर दी जावेगी एवं विभाग के द्वारा शराब बंदी हेतु कौन-कौन से कार्य किए गए? पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए विभागीय आबकारी मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 1 अप्रैल 2020 से 31 जनवरी 2023 तक 1 मदिरा दुकान एवं 75 बारो को बंद किया गया तथा 20 मदिरा दुकान व 28 नवीन बार प्रारंभ किए गए हैं, तथा 40 ऐसे बार प्रारंभ किए गए हैं जो पूर्व वर्षों में कोविड महामारी एवं अन्य कारणों से नवीनीकृत कर संचालन नहीं कि जा सकी, किंतु उक्त अवधि में नियमानुसार नवीनीकृत होकर पुनः प्रारंभ हुए हैं, उक्त अवधि में 158 देसी मदिरा दुकान एवं 1 विदेशी मदिरा दुकान में विदेशी एवं देशी मदिरा के विक्रय हेतु कम्पोजिट मदिरा दुकान के रूप में संचालन शुरू किया गया। जबकि 85 मदिरा दुकानों का जगह परिवर्तन किया गया। कोरोना काल में परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए 103 मदिरा दुकानों में काउंटरों की संख्या में वृद्धि की गई जिनमें से 8 काउंटरों को बंद किया गया शेष काउंटर संचालित है, दूसरे प्रश्न पर आबकारी मंत्री ने बताया शराबबंदी पर हां में जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में शराब बंदी लागू किए जाने के संबंध में अनुशंसा करने समिति का गठन किया गया है। उक्त जवाब पर विधायक ने कहा कि शराबबंदी का ढोंग रचकर नित नए-नए शराब की दुकानें राज्य सरकार के द्वारा खोली जा रही है, प्रीमियम एवं कम्पोजिट के नाम पर सैकड़ों की संख्या में नई शराब दुकान खोली जा रही है, जिससे स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार शराबबंदी की मंशा नहीं है, शराबबंदी को गंभीरता से ना लेते हुए जनता के साथ छलावा का ढोंग रच रही है।
प्रदेश में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा राजीव व मितान क्लब का गठन एवं आबंटित राशि पर विधायक रंजना साहू ने उच्च शिक्षा मंत्री पर सवाल दागते हुए पूछा कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा राजीव युवा मितान क्लब का गठन किया गया है? यदि हां तो क्लब की सदस्यता हेतु क्या मापदंड निर्धारित की है? एवं क्लब के सदस्यों का चयन किस आधार पर किया गया? इसी क्रम में विधायक ने प्रश्न पूछी की राजीव युवा मितान क्लब में जनवरी 2023 तक कितनी राशि जारी की गई एवं क्लब के द्वारा कुल कितनी राशि व्यय की गई जिलेवार जानकारी मांगते हुए विधायक ने क्लब के ऑडिट करने का प्रावधान की जानकारी मांगी।जिस पर विभागीय उच्च शिक्षा मंत्री ने हां का जवाब देते हुए राजीव युवा मितान क्लब का सदस्यता का मापदंड बताएं। जिस पर विधायक ने कहा कि इस क्लब के निर्माण में नियमावली व निर्देशों को दरकिनार करते हुए क्लब का निर्माण किया गया, जिसमें किसी प्रकार से जारी मापदंड से क्लब निर्माण हुआ और ना ही क्लब का कोई उद्देश्य है, सिर्फ पैसों का दुरूपयोग किया जा रहा है।
एक टिप्पणी भेजें