मुकेश कश्यप
कुरुद। चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर प्रतिवर्ष जय महाकाली छत्तीसगढ़ महतारी मन्दिर में लगने वाला मेला अपने पूरे रंग में है।हर साल इस मेले को देखने हजारों लोग उमड़ते है।विगत कई सालों से यह मेला हर बार नए-नए नित रूप में अपना प्रभाव बदलता रहा है। लगभग 29 सालों से लग रहा यह मेला आज पूरे प्रदेश में एक विशेष पहचान बना चुका है।
मिली जानकारी अनुसार कुरुद नगर में हर साल चैत्र नवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जाता है ।जहाँ माता के भुवन में बड़ी संख्या में भक्त गण मनोकामना ज्योत जलाते है।वहीं दर्शन के लिए पहले दिन से ही काफी भीड़ देखने को मिलती है।इस बार भी विधिवत उदघाटन जब मेले का हुआ उसी दिन से बड़ी संख्या में नगरवासी ,क्षेत्रवासी सहित दूर-दूर से आमजनमानस मेले के दर्शन करने उमड़ रहे है।इस बार भी जगमग-जगमग रोशनी से सजी रौनकता लोगो का ध्यान खींच रही है।मन्दिर परिसर को मनमोहक रूप से सजाया गया है।मीना बाजार में मनमोहक वस्तुएं लोगों को रिझा रही है।वहीं आकर्षक झूले ,हैरतअंगेज मौत का कुंआ सहित अन्य मन को भाने वाली चीजें लोगो को मेले के आनंद से रसविभोर कर रही है।इसी तरह मेले में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला में कलाकारों की प्रस्तुति दिलों को जीत रही है।
मेले में इस बार ऑक्टोपस झूला, टोरा टोरा झूला, हवाई झूला, सुपर ड्रैगन, ब्रेकडांस झूला, भूत बंगला, मिक्की माउस, टाइटैनिक, रेंजर झूला, झूला बेबी, ट्रेन सालंबो झूला, मौत कुआं, मोटर बोड, मोटर साइकिल धूम, स्कॉर्पियो धूम, विभिन्न राज्य से आई सुसज्जित दुकानें व मीना बाजार आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।सांस्कृतिक कार्यक्रम में विगत दिनों हुए कार्यक्रम में मनभावन संगीत से सजे गीतों ने लोगो को झूमने पर मजबूर कर दिया है । अब आज मंगलवार को सप्तमी पर लोक कला मंच मोर संगवारी की प्रस्तुति मन को भा रही है।इसी तरह बुधवार को अष्टमी पर धरती के सिंगार भोथीपार (कला) राजनांदगांव।वहीं नवमी के दिन गुरुवार को रंगझाझर लोककला मंच दहदहा की मनभावन प्रस्तुति होगी जिसे देखने बड़ी संख्या में उमड़ेंगे।
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